ऊना। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी उपभोक्ता से पानी बिल की पिछली बकाया राशि न वसूलें। अगर गलती से किसी को बकाया राशि से साथ बिल भेजा गया है तो उसे तुरंत वापस लिया जाए।
इसमें कोताही पर अधिकारियों को बक्शा नहीं जाएगा। लोगों से महीने का केवल 100 रुपये का बिल ही लिया जाएगा। मुकेश अग्निहोत्री जिला परिषद सभागार ऊना में जिला योजना, विकास एवं 20 सूत्रीय कार्यक्रम, जिला कल्याण समिति और जिला जन शिकायत निवारण समिति की बैठकों की अध्यक्षता करते हुए ये बात कही।
मुकेश अग्निहोत्री ने अधिकारियों को जिले की हर ग्राम पंचायत का अपना लैंड बैंक तैयार कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह डेटा स्पष्ट हो कि पंचायतों में कितनी सरकारी जमीन उपलब्ध है, ताकि उसके अनुरूप विकास परियोजाएं लाने में आसानी रहे।
उन्होंने पंचायतों में सरकारी भूमि पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण करने वालों से कड़ाई से काम करने को कहा।
विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में काम कर रहे युवाओं के हितों की रक्षा के लिए उपयुक्त कदम उठाने को कहा। उन्होंने श्रम विभाग को यह तय बनाने के निर्देश दिए कि औद्योगिक इकाइयों से युवाओं को मनमाने तरीके से नौकरी से निकालने के औद्योगिक प्रतिष्ठानों के रवैये पर रोक लगे।
उन्होंने जिले में अवैध खनन, चिट्टा व नशा सप्लाई और पीपल-बड़ पेड़ों के कटान पर जीरो टॉलरेंस अपनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी तरह के दबाव में आए बिना प्रशासन निर्णायक कार्रवाई करे। पुलिस फोर्स इसमें पूरी तत्परता से काम करे।
मुकेश अग्निहोत्री ने अधिकारियों को हिदायत दी कि जिले में विकास कार्यों को लेकर चलताऊ रवैया न रखें। नौकरी का समय निकालने की प्रवृत्ति न अपनाएं। हर विभाग इस प्रकार का काम करे जिससे धरातल पर परिवर्तन व प्रगति दिखे।
उन्होंने कहा कि अधिकारी नई परियोजनाओं के प्रपोजल बनाने के साथ उनकी स्वीकृति की प्रक्रिया में आने वाले अवरोधों को दूर करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करें। उन्होंने प्रशासन को बैठकों में अनुपस्थित रहे अधिकारियों से गैरहाजरी की जवाब-तलबी के निर्देश दिए।
जिला प्रशासन को किसी को भी प्राचीन टोबों-तालाबों को मिट्टी से भरकर समतल करने की अनुमति न देने के सख्त निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि तालाबों में जल भराव क्षेत्र की जलस्तर गिरावट की समस्या से निपटने के लिए अहम है, इसलिए तालाबों का संरक्षण आवश्यक है। जिले में कितने प्राचीन टोबे मौजूद हैं उनकी गणना करने तथा उनका संरक्षण सुनिश्चित बनाने को कहा।
डिप्टी सीएम ने जिला प्रशासन को ऊना जिले के आलू उत्पादकों के हितों की सुरक्षा और धोखाधड़ी से बचाने के लिए सशक्त व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए।
इसे लेकर उपायुक्त को सभी हितधारकों के साथ बैठक कर समुचित योजना बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि ऊना के किसान बड़े पैमाने पर आलू की खेती करते हैं और यहां आलू की बंपर पैदावार होती है।